डायबिटिक आई डिजीज: शुरुआती लक्षण कैसे पहचानें
भारत में डायबिटीज की दर लगातार बढ़ रही है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 77 मिलियन भारतीयों को डायबिटीज है, और उनमें से अधिकांश को टाइप 2 डायबिटीज है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता, जिससे रक्त शर्करा के स्तर का नियंत्रण मुश्किल हो जाता है।
इस लेख में हम डायबिटिक आई डिजीज के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में जानेंगे, ताकि आप समय पर इसे पहचान सकें और सही उपचार प्राप्त कर सकें।
डायबिटिक आई डिजीज क्या है?
डायबिटिक आई डिजीज एक समूह है, जिसमें डायबिटिक रेटिनोपैथी और डायबिटिक मैकुलर एडेमा (DME) जैसी स्थितियां शामिल हैं। ये आंखों के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित करते हैं और दृष्टि को नुकसान पहुंचा सकते हैं, यदि इलाज न कराया जाए।
डायबिटिक रेटिनोपैथी
यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण आंख की रेटिना (जो दृष्टि के लिए जिम्मेदार होती है) में रक्त वाहिकाओं में नुकसान होता है। यदि समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह अंधेपन का कारण बन सकता है।
डायबिटिक मैकुलर एडेमा (DME)
यह रेटिना के केंद्र, जिसे मैकुला कहा जाता है, में तरल पदार्थ का जमा हो जाना है। मैकुला आंख के उस हिस्से को कहते हैं, जो हमें तेज और रंगीन दृष्टि प्रदान करता है।
डायबिटिक आई डिजीज के लक्षण
डायबिटिक आई डिजीज के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है, ताकि आप सही समय पर इलाज शुरू कर सकें।
डायबिटिक रेटिनोपैथी के लक्षण
- धुंधली दृष्टि
- फ्लोटर्स (दृष्टि में सफेद या पारदर्शी धब्बे जो आ-जा सकते हैं)
- रंगों का फीकापन या धुंधलापन
- दृष्टि के क्षेत्र में अंधेरे या खाली क्षेत्र
डायबिटिक मैकुलर एडेमा के लक्षण
- दृश्यता के केंद्र में धुंधली या लहराती दृष्टि
- फ्लोटर्स
- रंगों का फीकापन या धुंधलापन
डायबिटिक आई डिजीज का इलाज
डायबिटिक आई डिजीज का समय रहते इलाज किया जा सकता है।
1. डायबिटीज का नियंत्रण
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करें जैसे वॉकिंग या योग। फाइबर से भरपूर आहार जैसे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज खाएं।
- रक्त शर्करा की निगरानी करें: अपने डॉक्टर से मिलकर ब्लड शुगर की निगरानी करें और A1C स्तर की जांच कराएं।
- दवाएं लें: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन करें और यदि शर्करा का स्तर बढ़े तो डॉक्टर से परामर्श लें।
2. आंखों की दवाएं
आंखों के उपचार के लिए कई प्रकार की दवाएं दी जा सकती हैं। एंटी-VEGF थेरैपी का उपयोग रेटिना में सूजन को कम करने और रक्त वाहिकाओं के विकास को रोकने के लिए किया जाता है।
3. आंखों की सर्जरी
कुछ मामलों में, आंखों की सर्जरी जैसे लेजर सर्जरी या विट्रेक्टॉमी से इलाज किया जाता है। ये प्रक्रियाएं रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ने या आंसू को हटाने में मदद करती हैं।
निष्कर्ष
डायबिटिक आई डिजीज का उपचार समय पर किया जा सकता है। यदि आपको धुंधली दृष्टि, फ्लोटर्स, या अन्य लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत आंखों के विशेषज्ञ से संपर्क करें। डायबिटीज से संबंधित आंखों की बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
यदि आप या आपका कोई प्रियजन डायबिटिक आई डिजीज से पीड़ित हैं, तो आज ही विशेषज्ञ से परामर्श के लिए +919821527088 पर कॉल करें या हमारी वेबसाइट पर अपॉइंटमेंट बुक करें।